Font by Mehr Nastaliq Web

भारत के शायर और अदीब

कुल: 1952

ख़ानक़ाह करीमिया, बिथो शरीफ़ के सज्जादा-नशीं और मशहूर शाइ’र

नासिख़ के शिष्य, मराठा शासक यशवंत राव होलकर और अवध के नवाब ग़ाज़ी हैदर की सेना के सदस्य

18वीं सदी के बड़े शायरों में शामिल, मीर तक़ी 'मीर' के समकालीन।

हसरत मोहानी के सोहबत याफ़्ता शाइ’र

‘’ख़ुद का पर्दा है तो ख़ुद ख़ुद को ज़रा देख तो ले' के लिए मशहूर

हाजी वारिस अ’ली शाह के मुरीद, मा’रूफ़ मुसन्निफ़ और अकबर इलाहाबादी के क़रीबी दोस्त

बोलिए