संपूर्ण
ग़ज़ल35
शे'र1
सूफ़ी लेख4
वीडियो280
कलाम212
दकनी सूफ़ी काव्य1
फ़ारसी कलाम26
राग आधारित पद10
रूबाई16
दोहरा1
भजन1
बैत14
ना'त-ओ-मनक़बत259
क़िता'2
चादर3
सेहरा1
सलाम20
होली2
ग़ुस्ल1
मुख़म्मस13
गीत7
क़ौल1
सूफ़ी प्रतीक72
अज्ञात के दकनी सूफ़ी काव्य
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere